bokomslag Dakshin ka Vaishnav Bhakti Sahitya - Bhakta Kavi Annamacharya
Konst & kultur

Dakshin ka Vaishnav Bhakti Sahitya - Bhakta Kavi Annamacharya

Dr P Manikyamba 'Mani'

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  • 178 sidor
  • 2023

अन्नमाचार्य भारतीय भक्ति साहित्य के मध्ययुग के महान भक्त एवं पद रचनाकार थे। उन्होंने श्री बालाजी वेंकटेश्वर स्वामी की भक्ति की तन्मयता में, पद रचकर गायन किया था। अन्नमाचार्य को 'पद कविता पितामह' कहा जाता है। तेलुगु साहित्य में पहली बार पदों की रचना करने का श्रेय उनको ही जाता है। ये पद आज भी अत्यंत लोकप्रिय एवं प्रसिद्ध है। कर्णाटक संगीत में इनका गायन विशेष रूप से प्रचार-प्रसार में है। एम.एस.सुब्बलक्ष्मी ने कर्णाटक संगीत शैली में अनेक पद गाये थे। आशा भोंसले ने हिंदुस्तानी गायन शैली में कुछ पदों को गाया था। आशा जी का 'मा जहीहि दुष्ट मना इति' आदि प्रसिद्ध है। दक्षिण में अन्नमाचार्य पद-रचना के साथ, संगीत की राग-रागिनियों स्वरबध्द कर, स्वयं गायन करनेवाले भक्त कवि के रूप में अत्यंत

  • Författare: Dr P Manikyamba 'Mani'
  • Format: Pocket/Paperback
  • ISBN: 9788196487218
  • Språk: Hindi
  • Antal sidor: 178
  • Utgivningsdatum: 2023-10-14
  • Förlag: Kasturi Vijayam