bokomslag Maa Maati Manush
Skönlitteratur

Maa Maati Manush

Mamta Banerjee

Inbunden

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  • 184 sidor
  • 2018
ये ममता बनर्जी की कविताएँ हैं; ममता बनर्जी, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और 'फ्रायर ब्रांड' नेता, जिन्हें उनके दो टूक लहजे और अक्सर गुस्से के लिए भी जाना जाता है।इन कविताओं को पढक़र आश्चर्य नहीं होता। दरअसल सार्वजनिक जीवन में आपादमस्तक डूबे किसी मन के लिए बार-बार प्रकृति में सुकून के क्षण तलाश करना स्वाभाविक है। लेकिन ममता जी प्रकृति की छाँव में विश्राम नहीं करतीं, वे उससे संवाद करती हैं। प्रकृति के रहस्यों को सम्मान देती हैं, और मनुष्य मात्र से उस विराटता को धारण करने का आह्वान करती हैं जो प्रकृति के कण-कण में विद्यमान है।उनकी एक कविता की पंक्ति है 'अमानवीयता ही है सभ्यता की नई सज्जा'-यह उनकी राजनीतिक चिन्ता भी है, और निजी व्यथा भी। और लगता
  • Författare: Mamta Banerjee
  • Format: Inbunden
  • ISBN: 9789387462731
  • Språk: Engelska
  • Antal sidor: 184
  • Utgivningsdatum: 2018-01-01
  • Förlag: Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd